बॉम्बे हाईकोर्ट ने गुरुवार को महाराष्ट्र के बदलापुर जिले के स्कूल में नन्ही बच्चियों के साथ दुष्कर्म के मामले में बेहद चौंकाने वाला करार दिया। कोर्ट ने कहा कि लड़कियों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता।
जस्टिस रेवती मोहिते डेरे और जस्टिस पृथ्वीराज चौहान का कहना हैं कि स्कूल प्रशासन को घटना की जानकारी होने के बावजूद भी रिपोर्ट न करने पर कार्रवाई की जानी चाहिए। साथ ही देर से एफआईआर दर्ज करने को लेकर भी पुलिस को फटकार लगाई। बता दे, बदलापुर कांड पर सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट काफी गुस्से में दिखा, साथ ही हाईकोर्ट ने मामले में पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए।
बॉम्बे हाईकोर्ट ने बदलापुर में नन्ही बच्चियों के साथ हुए दुष्कर्म पर अफसोस जताते हुए कहा कि ‘अगर स्कूल एक सुरक्षित जगह नहीं है तो शिक्षा और अन्य सभी चीजों के अधिकार की बात करने का क्या मतलब है।’ महाराष्ट्र के बदलापुर की घटना पर आक्रोश व्यक्त करते हुए लोगों ने 24 तारीख को महाराष्ट्र बंद करने का ऐलान किया है। इस पर शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी का कहना हैं, जिस तरह से प्रारंभिक स्थिति में तथ्य सामने आ रहे हैं, उससे यह साफ जाहिर हो चुका है कि पूरा पुलिस प्रशासन स्कूल को बचाने में जुटा हुआ था।
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