अपनी बेबाक शख्सियत के लिए मशहूर कंगना रनौत इस समय कई विवादों के घेरे में हैं। हाल ही में, वे किसान आंदोलन को लेकर एक विवादित बयान के दौरान काफी सुर्ख़ियों में हैं, अब उन्होंने मलयालम सिनेमा में चल रहे मीटू अभियान को लेकर भी अपना रिएक्शन दिया है।
जस्टिस हेमा कमेटी रिपोट में मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में हो रहे महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न का खुलासा हो गया है, जहां कई अभिनेत्रियों ने अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न का काला चिट्ठा खोला है। आइये जानते हैं , अब कंगना ने इस बारे में क्या रिएक्शन दिया है,
कंगना रनौत ने एक इंटरव्यू में कहा कि, महिला हिंसा को बढ़ावा देने वाला सेक्सिस्ट सिनेमा पहले से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है, और केरल की इस रिपोर्ट के बारे में, मैं इतने लंबे समय से बात कर रही हूं, लेकिन इसका क्या हुआ? कुछ भी नहीं। वहीं कंगना रनौत ने आइटम नंबर को बढ़ावा देने वाली महिलाओं के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए यह भी कहा की मैं उन महिलाओं से निराश हूं जो दूसरी महिलाओं के काम को बढ़ावा नहीं देती हैं। ये ऐसी महिलाएं हैं जो मुझसे पूछती हैं कि मैं क्यों लड़ रही हूं, लेकिन मैं किसके लिए लड़ रही हूं? मैंने सभी अवसर खो दिए हैं।
आपको बता दें, अब तक मलयालम निर्देशक रंजीत के खिलाफ करीब 17 मामले दर्ज किए जा चुके हैं , वहीं इससे पहले भी इनपर एक बंगाली अभिनेत्री पर हमला करने के आरोप में FIR दर्ज की गई थी। इसी बीच, मोहनलाल विश्वनाथन नायर ने भी मलयालम मूवी आर्टिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। बता दे, वे एसोसिएशन के अध्यक्ष थे और उनकी 17 सदस्यीय कार्यकारी समिति भी थी। हालांकि, समिति के सभी सदस्यों ने अपना संयुक्त इस्तीफा दे दिया है।
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