लखनऊ में एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है, जहां वर्षों से फर्जी मार्कशीट और डिग्रियां बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश हो गया है। पुलिस ने निशातगंज में छापा मारकर गिरोह के एक सदस्य राम प्रकाश वर्मा को गिरफ्तार किया, लेकिन सरगना मनीष प्रताप सिंह फरार है। यह गिरोह पिछले कई सालों से हाई-टेक सॉफ्टवेयर की मदद से नकली मार्कशीट और डिग्रियां बनाकर देशभर में बेच रहा था।आपको बता दें कि गाजियाबाद में कौशल विकास मिशन की आड़ में NBCTE के फर्जी सेंटर्स से प्रमाणपत्र तैयार कर पूरे देश में बेचता था। फर्जी दस्तावेज़ 25,000 से 50,000 रुपये में नौकरी, प्रमोशन और एडमिशन के लिए बेचे जाते थे। पुलिस ने मौके से लैपटॉप, प्रिंटर और बड़ी संख्या में नकली दस्तावेज़ बरामद किए हैं। गिरोह का नेटवर्क कई राज्यों में फैला है, और सरगना की गिरफ्तारी के लिए दबिश जारी है।
लखनऊ के इस जगह बन रहीं थीं फर्जी मार्कशीट
10 hours ago
5 Views
1 Min Read
Add Comment