उपराष्ट्रपति तथा राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ विपक्ष प्रमुख कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अविश्वास प्रस्ताव को लेकर उनकी टिप्पणी करते हुए बेहद अफसोसजनक करार दिया है। उन्होंने कहा है कि संसद में विपक्ष की आवाज को दबाया जाता है। सभापतिजी सदन के अंदर प्रतिपक्ष के नेताओं को अपने विरोधियों की तरह देखते हैं। सीनियर-जूनियर कोई भी हो, वे दोनों सदनों के विपक्षी नेताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणियां कर उन्हें अपमानित करते हैं। सभापति राजनीति से परे होते हैं, लेकिन वह आरएसएस का गुनगान करते रहते हैं। मेरा कहना बस इतना है कि सभापति को निष्पक्ष होना चाहिए। खरगे ने कहा, हम राज्यसभा अध्यक्ष के खिलाफ नहीं है, लेकिन उन्होंने हमें उन्हें हटाने के लिए नोटिस देने के अलावा कोई विकल्प नहीं छोड़ा। हम राज्यसभा के सभापति के व्यवहार और पक्षपात से तंग आ चुके हैं। इसीलिए हमने उन्हें हटाने के लिए नोटिस दिया है।
प्रमोशन के चक्कर में BJP की भाषा बोल रहे धनकड़
7 hours ago
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