महाराष्ट्र में मंत्री न बनाए जाने से नाराज अजित पवार गुट के नेता छगन भुजबल ने आज मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की। जिसके बाद उनकी मुलाकात को लेकर कई तरह के सवाल उठने लगे हैं? दोनों के बीच हुई मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। छगन भुजबल ने इस मुलाकात में कहा, कि महायुति की जीत में ओबीसी समुदाय का भी बड़ा हाथ है। हम किसी भी प्रकार से ओबीसी समुदाय का नुकसान नहीं होने देंगे। उनकी भूमिका सरकार में होनी चाहिए, हमें सब कुछ सुलझाना होगा। जिसके बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मुझे 10 से 12 दिन का समय दीजिए, मैं फिर आपसे मुलाकात करूंगा ,फिर कोई सॉल्यूशन निकालेंगे। ऐसे में अब अटकलें लगाई जा रही है कि क्या फडणवीस ने छगन भुजबल को सरकार में प्रतिनिधित्व देने का भरोसा दिया है।
दरअसल, पिछले कई दिनों से छगन भुजबल खफा चल रहें हैं। उनका कहना है कि एनसीपी में फैसले अजित पवार लेते हैं, जैसे बीजेपी में देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना में एकनाथ शिंदे लेते हैं। भुजबल ने कहा, ‘मुझे मंत्री न बनाए जाने का कोई दुख नहीं, लेकिन जो व्यवहार मेरे साथ हुआ, उससे मैं बहुत आहत हूं। उन्होंने कहा क्या मैं कोई खिलौना हूं? आप जब कहें खड़ा हो जाऊं और जब कहें बैठ जाऊं?
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