13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ का कल आखिरी दिन है। डेढ़ महीने तक चलें सनातन के इस महापर्व को लेकर खूब राजनीति हुई। विपक्षी दलों ने कई बार योगी सरकार को घेरने की कोशिश की, व्यवस्थाओं को लेकर सवाल किए और उनपर कई गंभीर आरोप भी लगाए।
इन सब का जवाब देते हुए सीएम योगी ने कहा कि महाकुंभ में जिसने जो ढूंढा, उसे वो मिला। जो दुर्भावना से कुंभ जाएगा, उसकी दुर्गति तय है।
उन्होंने समाजवादी पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि समाजवादियों को सनातन की सुंदरता रास नहीं आ रही है। सपा को महाकुंभ में गंदगी दिखती है और सनातन में उसकी कोई श्रद्धा नहीं है। सीएम योगी ने आगे कहा कि, महाकुंभ में जिसने जो तलाशा उसे वो मिला, गिद्दों को केवल लाश मिली, सुअरों को गंदगी मिली, संवेदनशील लोगों को रिश्तों की खूबसूरत तस्वीर मिली, आस्थावानो को पुण्य मिला, गरीबों को रोजगार मिला, अमीरों को धंधा, श्रद्धालुओं को साफ सुथरी व्यवस्था मिली। एक ही स्थान पर सभी जाती के लोगों ने बिना भेदभाव के स्नान किया।
उन्होंने कहा कि, महाकुंभ को लेकर कोई जाने वाले सवाल समाजवादियों और वामपंथियों की नियत दर्शाते हैं। महाकुंभ से भारत को विश्व भर में एक नई पहचान मिली है, लोग अलग अलग देशों से प्रयागराज पहुंचें हैं। इस महाकुंभ से प्रदेश की अर्थव्यवस्था को तीन लाख करोड़ रुपए का लाभ हुआ है, महाकुंभ ने तीर्थ प्रदेशों को जोड़ा है। मगर सनातन विरोधी सपा को सिर्फ सिर्फ खामियां ही नजर आएंगी।
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते सोमवार विधान परिषद को संबोधित किया था। इस दौरान महाकुंभ व प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं के मुद्दे पर चर्चा करते हुए उन्होंने विपक्ष पर पलटवार किया था। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सब अपने स्वभाव और चरित्र के अनुसार महाकुंभ के आयोजन को देख रहे हैं। एक ही घाट पर सभी जाति वर्ग के तीर्थ यात्री बिना भेदभाव के नहाते रहे। महाकुंभ ने पूरी दुनिया को भारत की सनातन एकता का संदेश देकर प्रधानमंत्री के एक भारत श्रेष्ठ भारत के विजन को चरितार्थ करके दिखाया है।

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