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16000 गानों को आवाज देने वाली आशा भोसले अपना 91वाँ बर्थडे मना रहीं

Indiansinger-AshaBhosle
Indiansinger-AshaBhosle

संगीत की दुनिया में अलग पहचान बनाने वाली और अपनी आवाज के जादू से सबका दिल जीतने वाली, सुरों की सरताज आशा भोसले अपना 91वाँ बर्थडे मना रहीं हैं। उन्होंने बॉलीवुड में एक से बढ़कर एक सुपरहिट गाने गायें हैं। इतना हीं नहीं उन्होंने शास्त्रीय संगीत, गजल और पॉप संगीत, हर क्षेत्र में अपनी आवाज़ का जादू बिखेरा है उन्होंने अपने अब तक के फ़िल्मी सफर में 16000 से ज्यादा गानों को अपनी सुरीली आवाज दी है।

आशा भोसले संगीतकारों के लिए एक आइडल बन गयी हैं, जब भी कोई संगीत की दुनिया में कदम रखता है, वह उनकी तरह गाना गाने की चाहत रखता है और रखे भी क्यों न, आज भी उनकी आवाज हमारी रूह तक पहुंचती हैं। आशा भोसले ने प्यार हमारा अमर रहेगा, उड़ें जब जब झुलफें तेरी, चंदा मामा दूर के और धूप में निकला न करो रूप की रानी जैसे एवरग्रीन गानों को अपनी आवाज दी हैं। ऐसे में आइये जानते हैं आशा भोसले के जीवन से जुड़ी कुछ बातें,

8 सितम्बर 1933 को महाराष्ट्र में जन्मी आशा भोसले महज 9 वर्ष की थीं, तभी उनके पिता का साया उनके सर से हट गया था। पिता की मृत्यु के बाद उनका पूरा परिवार मुंबई आकर रहने लगा। उनकी एक बड़ी बहन लता मंगेशकर हैं जो हिंदी सिनेमा में स्वर कोकिला के नाम से पहचानी जातीं हैं। पिता की मृत्यु के बाद दोनों बहनों के कंधो पर परिवार का बोझ आ गया, धीरे धीरे दोनों बहनों ने मिलकर फिल्मों में गाना गाने शुरू कर दिए। आशा भोंसले को अपने करियर की शुरुआत में बेहद कड़ा संघर्ष करना पड़ा, उन्होंने अपना पहला गाना 1948 में ‘सावन आया’ फिल्म चुनरिया में गाया था। फिल्म ‘नया दौर’ आशा के करियर का मुख्य पड़ाव रहा।

इसके बाद वे एक के बाद एक सुपरहिट गाने गाती रहीं। 60 और 70 के दशक में आशा भोसले को हिंदी फिल्मों की फेमस एक्ट्रेस हेलन की आवाज समझी जाती थीं। उन्होंने हेलन के लिए ‘तीसरी मंजिल’ में ‘ओ हसीना जुल्फों वाली’ ‘कारवां’ में ‘पिया तू अब तो आजा’, ‘मेरे जीवन साथी’ में ‘आओ ना गले लगा लो ना’ जैसी गीत गाए है।
ग़जल की बात करें तो, गज़लों के संगीतकार खय्याम ने दिल चीज क्या है…, इन आँखों की मस्ती के मस्ताने हज़ारों हैं…, ये क्या जगह है दोस्तों…, और जुस्त जु जिसकी थी… , में आशा जी को स्वरों के उतार चढाव को समझाया। इन गज़लों की वजह से आशा जी को प्रथम राष्ट्रीय पुरस्कार भी दिया गया है।

आशा भोसले की उपलब्धियां

मजह 10 साल की उम्र से संगीत की दुनिया में करियर बनाने वाली आशा भोसले के नाम कई उपलब्धियां दर्ज है। उन्हें फिल्म ‘उमराव जान’ के लिए नेशनल अवॉर्ड मिला था। इसके अलावा आशा भोसले को दादा साहेब फाल्के और पद्म विभूषण अवार्ड से भी नवाजा जा चुका है। साथ ही उन्हें 18 बार फिल्मफेयर अवार्ड के लिए नामांकित किया गया है। आशा भोसले संगीत जगत के लिए ही नहीं बल्कि हम सभी के लिए एक प्रेरणा है।