यूपी के बरेली से एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है। जहां 6-6 करोड़ रूपये के पब्लिक टॉयलेट बना कर 50 करोड़ का घोटाला किया गया है।आपको बता दें कि दिसंबर 2022 में बरेली में स्मार्ट सिटी योजना के तहत नगर निगम द्वारा 9 स्मार्ट बायो टॉयलेट बनवाए गए थे जो कि आज तक चालू नहीं हुए। आलम ये है की बाजारों में लोग खुले में शौच करने को मजबूर हैं और 50 करोड़ की लागत में बने ये टॉयलेट अब खंडहर होने के लिए रखे हुए हैं
इस मामले में सबसे हैरान कर देनी वाली बात तो ये है की इन टॉयलेट्स की कीमत 6 करोड़ रूपये प्रति यूनिट बताई जा रही है जबकि ये साधारण टीन से बने हुए हैं। जानकारी के मुताबिक स्मार्ट सिटी योजना के तहत सरकार ने नगर निगम को 1200 करोड़ की फंडिंग दी थी। ऐसे में सवाल ये उठता है कि साधारण से दिखने वाले टॉयलेट्स पर नगर निगम ने 6 करोड़ कैसे खर्च कर दिए।
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