इन दिनों संसद के शीतकालीन सत्र में अमित शाह द्वारा बीआर अम्बेडकर के अपमान को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सियासत गरमाई हुई है। ऐसे में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने संविधान निर्माता बी.आर. आंबेडकर पर शाह की कथित टिप्पणी के लिए उनकी आलोचना की। उन्होंने दावा किया कि अगर आंबेडकर का संविधान नहीं होता तो अमित शाह आज ‘‘कबाड़ी” होते। सिद्धारमैया ने विधानसभा में कहा कि यदि राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ वास्तव में संविधान के तहत काम कर रहे हैं तो उन्हें शाह को तुरंत सदन से बाहर कर देना चाहिए था। सिद्धारमैया ने कहा कि पूरे देश ने बाबा साहेब आंबेडकर के बारे में कहे गए अपमानजनक शब्दों को सुना है। जोकि बिलकुल सही नहीं है। हालांकि यह कोई आश्चर्य कि बात नहीं है, भाजपा और आरएसएस के नेताओं के मन में जो चल रहा था वह बस खुलकर सबके सामने आ गया है। आपको बता दें, राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान अमित शाह ने कहा था, अभी एक फैशन बन गया है… आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।
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