जम्मू कश्मीर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया। सत्र के दौरान भाषण देते वक्त मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला बहुत भावुक हो गए।

मुख्यमंत्री होने के नाते हमने जिन लोगों को कश्मीर आने का न्योता दिया था, उनके मेजबान होने के नाते ये मेरी जिम्मेदारी थी कि मैं सभी को यहां से सही सलामत वापस भेजू, लेकिन मैं ऐसा नहीं कर पाया। उन्होंने कहा कि, मैं हमेशा जम्मू कश्मीर के लिए राज्य के दर्जे की माँग करता हूं लेकिन आज मैं किस मुंह से ये माँग करूं। लेकिन आज मैं अगर ये माँग करूं तो मुझ पर लानत है।
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