बांग्लादेश में इन दिनों हिंदुओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा को लेकर भारत में विरोध बढ़ता ही जा रहा है। दरअसल, बांग्लादेश में जब से शेख हसीना की सरकार सत्ता से बाहर हुई है, तब से लगातार बांग्लादेश में हिंदू निशाने पर हैं। ऐसे में बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ जारी हिंसा रुकवाने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना एक्टिव मोड़ पर आ गयी हैं। भारत में रह रहीं शेख हसीना ने अपने देश में हिंदू समुदाय के लोगों पर हो रहे हमले के लिए वहां की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा है कि मोहम्मद यूनुस जन संहार करवा रहे हैं,जिससे देश में फिर से अराजकता की स्थिति पैदा हो गई है।
अमेरिका के न्यूयॉर्क में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शेख हसीना ने कहा कि देश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमले के लिए पूरी तरह मोहम्मद यूनुस जिम्मेदार हैं। उन्होंने आगे कहा कि मेरे ऊपर जन संहार के आरोप लगाए गए, जबकि सच्चाई यह है कि मोहम्मद यूनुस कट्टरपंथी छात्र नेताओं के साथ मिलकर बांग्लादेश में जनसंहार करवा रहे हैं। ये सभी मास्टमाइंड हैं। इसके साथ ही तारिक रहमान ने भी लंदन से कहा है कि अगर हत्याएं जारी रहती हैं तो यह सरकार नहीं टिक पाएगी। ऐसे में अब शेख हसीना की ओर से रहमान की तारीफ के कई मायने निकाले जा रहे हैं।
आपको बता दें, वैसे तो शेख हसीना और बीएनपी के रिश्ते बहुत कड़वाहट भरे रहे हैं। लेकिन, बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा को देखते हुए शेख हसीना ने अपने बयान में जिस तरह से तारिक रहमान को याद किया है उससे लगता है कि मौजूदा हालात में शेख हसीना किसी तरह मोहम्मद यूनुस को सत्ता से हटाना चाहती हैं।
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