फ्रांस के मायोट में इतिहास का सबसे भयानक चक्रवाती तूफान, चिडो ने तबाही मचा रखी है। इस तूफान के चलते सैकड़ों लोग मारे गए हैं हालांकि अधिकारियों का कहना है कि यह संख्या हजारों में भी पहुंच सकती है। फ्रांस के अधिकांश गरीब एरिया वाले हिस्से में 200 किलोमीटर प्रतिघण्टा की रफ्तार से आये चिडो चक्रवात ने भयंकर तबाही मचायी। जिसमें जान माल का भारी नुकसान हुआ है। जिसको लेकर फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमानुअल मैक्रो ने दुख जताते हुए कहा है, कि मेरी संवेदनाएं हमेशा मायोट के देशवासियों के साथ हैं, जिन्होंने सबसे भयावह कुछ घंटे झेले हैं कुछ लोगों ने तो अपना सब कुछ खो दिया है और कई लोगों की जान भी चली गई है।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस तबाही पर दुख जताया है उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि मायोट में चक्रवात चिडो के कारण हुई तबाही से मैं बहुत दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं। पीएम मोदी ने इसी पोस्ट में आगे कहा, मुझे पूरा भरोसा है कि राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के नेतृत्व में फ्रांस इस त्रासदी से दृढ़ता और दृढ़ संकल्प के साथ उबर जाएगा। भारत फ्रांस के साथ एकजुटता में खड़ा है और हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि चिडो 90 साल में मायोट में आया सबसे भयंकर चक्रवाती तूफान है जिसकी वजह से कई इलाके तबाह हो गए हैं, बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। फ्रांस ने राहत और बचाव कार्यों के लिए 140 नागरिक सुरक्षा सैनिकों और अग्निशमन कर्मियों सहित अतिरिक्त बल भेजे हैं।
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