2 जुलाई को उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक दर्दनाक घटना हुई जिससे पूरा उत्तर प्रदेश दहल गया जहाँ हाथरस के सिकंदरा राउ के रतीभानपुर में सत्संग पंडाल में भगदड़ मचने से 122 लोगों की मौत हो गई और 28 से ज्यादा लोग घायल हो गए….मिली जानकारी में बताया गया की इस दुर्घटना में काफी संख्या में महिलाएं,बुजुर्ग और बच्चे घायल हुए …..आपको जानकर हैरानी होगी की ये सभी लोग संत भोले बाबा का प्रवचन सुनने के लिए बहुत बड़ी संख्या में पंडाल में जमा थे ….
मिली जानकारी में खुलासा हुआ है की संत भोले बाबा उर्फ़ साकार हरि के पैर छूने के दौरान भगदड़ जैसी स्थिति बन गई! जिसके बाद यह घटना हो गई और करीब 150 लोग इस भगदड़ का शिकार हो गए…..चलिए अब आपको यह भी बता देतें हैं की आख़िर ये भोले बाबा उर्फ़ साकार हरि है कौन और आखिर इतनी बड़ी संख्या में लोग उनके प्रवचन सुनने वहाँ क्यों पहुँचे थे? हाथरस की भगदड़ में 122 मौतों के बाद साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा चर्चा में आ गए बता दें की भोले बाबा का असली नाम सूरज पाल सिंह जाटव है और ये एटा जिला में रहते हैं …..
भोले बाबा अपने सत्संग के अलावा अजब-गजब अंदाज के चलते भी चर्चा में बने रहते हैं. बाबा किन्हीं अन्य साधु संतों की तरह भगवा वस्त्र नहीं धारण करते हैं और न ही किसी भगवान की तस्वीर अपने कार्यक्रमों में लगाते. साकार हरि अपने प्रवचनों में सफेद सूट-बूट और महंगे चश्मे में दिखते हैं….बाबा के पास लगजरी कारों का काफिला है और खुद की वर्दीधारी फौज भी है. इस लंबी चौड़ी फौज को आश्रम के सेवादार कहा जाता है…. खास बात यह है कि साकार हरि उर्फ भोले बाबा के साथ उनकी पत्नी भी सत्संग के मंच पर बैठती है….बाबा को मानने वाले भक्तों का दावा है कि ये कोई दान-दक्षिणा या चढ़ावा आदि नहीं लेते हैं…अपने प्रवचनों में पाखंड का विरोध करते हैं. मानव सेवा को सबसे बड़ा मानने का संदेश देते हैं…..
हाथरस में सत्संग के दौरान हुए भगदड़ से 122 मौतों के बाद …..वहाँ हुए घायल लोगों से मिलने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिला अस्पताल पहुंचे। वहां उन्होंने एक-एक घयलों से मुलाक़ात कर उनका हालचाल जाना। इस दौरान उनके साथ मुख्या सचिव समेत तमाम आला अधिकारी मौजूद रहे…इस बीच हाथरस हादसे पर अब सियासत भी शुरू हो गई है. हाथरस सत्संग भगदड़ कांड के लिए समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने प्रदेश की योगी सरकार को दोषी ठहराया है. उन्होंने कहा कि सुरक्षा देने की जिम्मेदारी सरकार की होती है. अखिलेश यादव ने कहा कि अस्पतालों में दवाई भी मौजूद नहीं है, ताकि इतना बड़ा हादसा होने के बाद इलाज मिल सके. उन्होंने कहा कि इतना बड़ा आयोजन होना था तो सुरक्षा का इंतजाम क्यों नहीं था…..
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