दिल्ली में राजनीतिक गलियारों में हलचल मचाते हुए मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने बीते रविवार को CM के पद से इस्तीफ़ा देने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने ने कहा, मैं अगले दो दिन में मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देने जा रहा हूं, जब तक जनता मुझे चुनकर दोबारा सीट पर नहीं भेजती, मैं मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा। जिसके बाद से बीजेपी के साथ साथ कांग्रेस भी पूरी तरह से हैरान है। उन्होंने यह ऐलान ऐसे समय में किया जब हरियाणा में हर तरफ चुनाव का धुआंधार प्रचार प्रसार चल रहा था, इसके साथ ही उन्होंने एक और हैरान कर देने वाला ऐलान किया है उन्होंने कहा, कि उनके पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया उनके उत्तराधिकारी नहीं होंगे…
आपको बता दें, उनके इस ऐलान के बाद राजधानी दिल्ली में हर तरफ सियासी तूफ़ान मचा हुआ है कि आखिर केजरीवाल ने इस्तीफ़ा क्यों दिया। ऐसे में दिल्ली सीएम केजरीवाल के इस्तीफ़ा देने का फैसला मुख्य रूप से दिल्ली की चुनी हुई सरकार पर लगाए गए दोहरे प्रतिबंधों के नतीजे के रूप में भी देखा जा रहा है। और दूसरा कारण केजरीवाल पर लगायी गयी जमानत की शर्तों का बताया जा रहा है, ऐसे में उनके पास इस्तीफा देने के अलावा कोई और विकल्प नहीं था। इतना ही नहीं, उनके इस फैसले के बाद भाजपा में कई तरह के सवाल उठ रहें हैं, भाजपा सचिव हरीश खुराना ने घोषणा के समय उन पर सवाल उठाते हुए कहा, कि उन्होंने इस्तीफा देने के लिए आखिर दो दिन का समय ही क्यों मांगा है ? ऐसा लगता है कि यह एक नया नाटक रचने की कोशिश है।
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