बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने हरियाणा चुनाव में हुई हार के बाद, उन्होंने आने वाले चुनावों में किसी भी राज्य में क्षेत्रीय दलों के साथ कोई गठबंधन ना करने का फैसला लिया। बीएसपी सुप्रीमों ने कहा की चुनावों में बीएसपी के वोट गठबंधन की पार्टी को तो ट्रांसफर हो जाते हैं, पर उनके वोट बीएसपी को ट्रांसफर नहीं होते हैं, जिस वजह से उम्मीद के मुताबिक रिजल्ट नहीं मिलता है, जिस कारण पार्टी को निराशा का सामना करना पड़ता है।
उन्होंने कहा की हमारी बसपा पार्टी देश की एक मात्र ऐसी पार्टी है जो आंबेडकरवाद के समर्थन में है पर कई लोग इससे गिराने के लिए आए दिन जातिवादी हरकते करते रहते हैं। बीएसपी नेताओं को जोड़ने के लिए नहीं, बल्कि ’बहुजन समाज’ के विभिन्न अंगों को आपसी भाईचारा व सहयोग के बल पर संगठित होकर राजनीतिक शक्ति बनाने का आन्दोलन है।
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