हिमाचल की मंडी सीट से सांसद कंगना रनौत ने एक बार फिर से किसान आंदोलन पर टिप्पणी करते हुए विवाद खड़ा कर दिया है। कंगना ने आंदोलनकारियों पर कई आरोप भी लगाए उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान हुई हिंसा में दुष्कर्म और हत्याएं हुई जिसके खिलाफ़ यदि मोदी सरकार ने कड़े कदम नहीं उठाए होते तो किसानों के विरोध प्रदर्शन से भारत में बांग्लादेश जैसी स्थिति पैदा हो सकती थी।
इसपर किसान संगठन और विपक्षी पार्टी के नेताओं ने कंगना और बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि कंगना को सोच समझ कर बोलना चाहिए, तो वही आप नेता प्रोफेसर बुद्धराम ने यहां तक कह दिया कि कंगना का अपना कोई आधार नहीं है। उनके बयान के पीछे पूरी तरह से भाजपा का हाथ है । पार्टी उन्हें रोकने की जगह उनकी पीठ थपथपाती है कंगना के बयान से पल्ला झाड़ते हुए बीजेपी ने कहा कि यह उनका निजी बयान है इसका पार्टी से कोई लेना देना नहीं।
Add Comment