भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में घोषित संघर्ष विराम का मुद्दा अब राजनीतिक बहस का केंद्र बन गया है। कांग्रेस ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर पाकिस्तान के खिलाफ की गई कार्यवाही रोके जाने पर स्पष्टीकरण मांगा है।
लोकसभा सांसद राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी को चिठ्ठी लिखकर सीजफायर को लेकर संसद का विशेष सत्र बुलाए जाने का आग्रह किया है। साथ ही उन्होंने कश्मीर मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीयकरण करने और भारत-पाकिस्तान को एक ही तराजू में तौलने के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रुख पर ऐतराज जताया है। वहीं AIMIM प्रमुख असुदुद्दीन ओवैसी ने भी केंद्र सरकार पर सवाल उठाए कि, पीएम मोदी की बजाय एक विदेशी देश के राष्ट्रपति ने युद्धविराम की घोषणा क्यों की? जबकि भारत शिमला समझौते के बाद से हमेशा तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप के खिलाफ रहा है। उन्होंने आगे कहा कि, इस बातचीत का एजेंडा क्या होगा। क्या अमेरिका यह गारंटी देगा कि पाकिस्तान आगे कभी आतंकवाद को बढ़ावा नहीं देगा?
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